Tag: कबूतर पर बाल कविता
-
कबूतर पर बाल कविता
कबूतर पर बाल कविता गुटरूँ-गूँ उड़ा कबूतर फर-फर-फर,बैठा जाकर उस छत पर।बोल रहा है गुटरूँ-गूँ,दाने खाता चुन चुन कर कबूतर / सोहनलाल द्विवेदी कबूतरभोले-भाले बहुत…
कबूतर पर बाल कविता गुटरूँ-गूँ उड़ा कबूतर फर-फर-फर,बैठा जाकर उस छत पर।बोल रहा है गुटरूँ-गूँ,दाने खाता चुन चुन कर कबूतर / सोहनलाल द्विवेदी कबूतरभोले-भाले बहुत…