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Tag: #नेहा चाचरा बहल

  • नारी पर कविता

    नारी पर कविता

    स्त्री पर कविता ( Stree Par Kavita ): चैत्र नवरात्रि हिन्दु धर्म में नवरात्रि का बहुत महत्व है। चैत्र नवरात्रि चैत्र (मार्च अप्रेल के महीने) में मनाई जाती है, इसे चैत्र…

  • प्रेमिका के लिए कविता – नेहा चाचरा बहल

    प्रेमिका के लिए कविता – नेहा चाचरा बहल

    प्रेमिका के लिए कविता – न जाने क्यों आज तुम्हे देखने का बड़ा मन हैलिख कर जज़्बात खत में तुम्हे भेजने का बड़ा मन है…

  • हसरतों को गले से लगाते रहे

    हसरतों को गले से लगाते रहे

    हसरतों को गले से लगाते रहे हसरतों को गले से लगाते रहे,थोड़ा थोड़ा सही पास आते रहे..आप की बेबसी का पता है हमें,चुप रहे पर…

  • सूनापन पर गीत

    सूनापन पर गीत आजाओ न तुम बिन सूना सूना लगता हैन जाओ न तुम बिन सूना सूना लगता हैजिसकी डाली पे हम दोनों झूला करते…

  • क्यूँ झूठा प्यार दिखाते हो

    क्यूँ झूठा प्यार दिखाते हो

    क्यूँ झूठा प्यार दिखाते हो क्यूँ  झूठा  प्यार  दिखाते  हो ….दिल  रह  रह  कर  तड़पाते  हो .. गैरों  से  हंसकर  मिलते  होबस  हम  से  ही …