मत हद से ज्यादा प्रेम करो
मत हद से ज्यादा प्रेम करो। मत हद से ज्यादा प्रेम करो,मैं समझाता हूं भैया।जिन्हें समझ रहे हो तुम अपना,वो ही तोड़ेंगे तुम्हारा सपना।जब दिल टुटेगा आपका,रोओगे बहुत भैया।मत हद…
यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर 0विशाल श्रीवास्तव के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .
मत हद से ज्यादा प्रेम करो। मत हद से ज्यादा प्रेम करो,मैं समझाता हूं भैया।जिन्हें समझ रहे हो तुम अपना,वो ही तोड़ेंगे तुम्हारा सपना।जब दिल टुटेगा आपका,रोओगे बहुत भैया।मत हद…