जीवन की कल्पना

जीवन की कल्पना चाह नहीं मै बनूं डॉक्टर , मरीजों से पैसा पाऊं।चाह नहीं मैं बन आई ए एस, स्कीमों में लिपटा जाऊं।चाह नहीं मै बनूं मास्टर, ऑनलाइन क्लास लेता जाऊं।चाह नहीं मैं बन इंजीनियर , नौकरी के लिए धक्का खाऊं।चाह नहीं मैं बनूं वैज्ञानिक, खोजों में मै घिरता जाऊं।मुझे बनाकर एक सैनिक, उस पथ … Read more

यूपी बोर्ड की एक झलक

यूपी बोर्ड की एक झलक मैं यूपी बोर्ड का पढ़ा लिखा तुम सी बी एस सी की क्वीन प्रिय ,तुम सुनती सोंग शकीरा के मैं किशोर लता में लीन प्रिय ,तुम करती पसंद पिज्जा बर्गर मै घी रोटी का शौकीन प्रिय ,तुम घूमने जाती पार्कों में मै खेतों की राहों में लीन प्रिय,तुम करती सबसे … Read more

विश्व कविता दिवस – पद्मा साहू

साहित्य की आत्मा कविता प्रतियोगिता दिवस के लिए हैं। जो 4 से 19 अक्टूबर तक प्रकाशित करने के लिए है साहित्य की आत्मा, कविता होती है निरस कविता साहित्य में स्थान नहीं पा सकता।

काका कलाम एक पाती तेरे नाम

काका कलाम एक पाती तेरे नाम——————————————– काका कलाम,काका कलामबार बार करे हम तुझे सलाम हमे जरा तो बतलाओपहुंचे कैसे इस मुकाम क्या क्या पढे,क्या गढेदुनिया करें तुझे सलाम कितने सारे किये है शोधमिसाईल मेन पडा तेरा नाम अपने लक्ष्य के प्राप्ति हेतुदिया आपने क्या बलिदान राष्ट्रपति भी बनकर काकानही आप मे तनिक गुमान बताओ हमे … Read more