कोरोना या करमा

कोरोना या करमा नर मे वास करें नारायणनारी में नारायणी ,हे मानव॥स्वयंम को समझअपने कर्मों को तू बदल॥ चांद ,सूरज, पृथ्वी ,गगनसब अपने कार्य में है मगन॥नीति देखो रे मनुष्य कीजो खो गई जाने किस भवन॥ रोज सवेरे स्नान करे वोतन को रखें स्वच्छ॥मन का मैल ना धुल पावेगाचाहे काशी गंगा जावे हर वर्ष॥ तूने … Read more

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कलयुग और रामायण

jai sri ram

कलयुग और रामायण सतयुग की हम बात सुनावे राजा दशरथ के पुत्र यहां है ॥ राम जिसका है नाम प्रतापी गायॆ सब मुनिवर उनकी वाणी॥ कलयुग में जो खेल रचा है हर मनुष्य सबसे जुदा है॥ स्वार्थ से  यहां इंसान बना है पीड़ा के दुख में उलझा है॥ राम करे पिता की सेवा माता सीता … Read more

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वृद्ध आश्रम पर कविता

वृद्ध आश्रम पर कविता आंखों में आंसू औरहर जगह उजाला से छाया |जब वो नन्हा सा बालकइस दुनिया में आया || दिन भर का थका भीमैं भागा चला आता |क्योंकि सो ना जाए वोमेरा लाडला दुलारा || उसके बोल सुनकरमैं खील उठाता दोबारा |अभिमान है वो मेरामेरी आंखों का तारा || आज २५ का हो … Read more

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माँ पर कविता

maa-par-hindi-kavita

यहाँ माँ पर हिंदी कविता लिखी गयी है .माँ वह है जो हमें जन्म देने के साथ ही हमारा लालन-पालन भी करती हैं। माँ के इस रिश्तें को दुनियां में सबसे ज्यादा सम्मान दिया जाता है। माँ पर कविता माँ,तेरे आंसू को मैं आज पोछ ना पाईतेरे दर्द को मैं आज मोल ना पाई ॥तेरे … Read more

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दोस्ती का रिश्ता

दोस्ती का रिश्ता जन्म से सारे रिश्ते लिखित आवे मात-पिता अनुज सब उपहार में पावे | दोस्ती हि ऐसा रिश्ता माना जावे जसका चुनाव हम स्वयं है करत आवे || यही है दोस्ती॥ २॥  संगत अपनी खुद परखी जावे जो दुनिया से पहचान करावे | और पीड़ा में रहे साथ हमारे नहीं बस दिखावे की … Read more

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जीवन की कल्पना

जीवन की कल्पना चाह नहीं मै बनूं डॉक्टर , मरीजों से पैसा पाऊं।चाह नहीं मैं बन आई ए एस, स्कीमों में लिपटा जाऊं।चाह नहीं मै बनूं मास्टर, ऑनलाइन क्लास लेता जाऊं।चाह नहीं मैं बन इंजीनियर , नौकरी के लिए धक्का खाऊं।चाह नहीं मैं बनूं वैज्ञानिक, खोजों में मै घिरता जाऊं।मुझे बनाकर एक सैनिक, उस पथ … Read more

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यूपी बोर्ड की एक झलक

यूपी बोर्ड की एक झलक मैं यूपी बोर्ड का पढ़ा लिखा तुम सी बी एस सी की क्वीन प्रिय ,तुम सुनती सोंग शकीरा के मैं किशोर लता में लीन प्रिय ,तुम करती पसंद पिज्जा बर्गर मै घी रोटी का शौकीन प्रिय ,तुम घूमने जाती पार्कों में मै खेतों की राहों में लीन प्रिय,तुम करती सबसे … Read more

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विश्व कविता दिवस – पद्मा साहू

साहित्य की आत्मा कविता प्रतियोगिता दिवस के लिए हैं। जो 4 से 19 अक्टूबर तक प्रकाशित करने के लिए है साहित्य की आत्मा, कविता होती है निरस कविता साहित्य में स्थान नहीं पा सकता।

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काका कलाम एक पाती तेरे नाम

काका कलाम एक पाती तेरे नाम——————————————– काका कलाम,काका कलामबार बार करे हम तुझे सलाम हमे जरा तो बतलाओपहुंचे कैसे इस मुकाम क्या क्या पढे,क्या गढेदुनिया करें तुझे सलाम कितने सारे किये है शोधमिसाईल मेन पडा तेरा नाम अपने लक्ष्य के प्राप्ति हेतुदिया आपने क्या बलिदान राष्ट्रपति भी बनकर काकानही आप मे तनिक गुमान बताओ हमे … Read more

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