Month September 2023

खुदा ने अता की जिन्दगी -अनिल कुमार गुप्ता अंजुम

खुदा ने अता की जिन्दगी खुदा ने अता की जिन्दगी तुझेमुहब्बत के लिए क्यूं कर बैठा तू दूसरों से नफरतअपने अहम् के लिए खुदा ने अता की जिन्दगी तुझेएक अदद इंसानियत के लिए ऊंच – नीच के बवंडर में उलझ…

पहला सुख निरोगी काया

पहला सुख निरोगी काया पहला सुख निरोगी काया,दूजा सुख घर में हो माया। तीजा सुख कुलवंती नारी,चौथा सुख पुत्र हो आज्ञाकारी। पंचम सुख स्वदेश में वासा,छठवा सुख राज हो पासा। सातवा सुख संतोषी जीवन ,ऐसा हो तो धन्य हो जीवन।…

गुस्से पर कविता

गुस्से पर कविता कौन है जिसको गुस्सा आता नहीं,कौन है जो गुस्से को दबाता नहीं! जिंदगी में जिसने ना गुस्सा किया,देवता है पर खुद को बताता नहीं! जो स्वयं गुस्सा अपनी दबा लेता है,वो सच में किसी को सताता नहीं!…

रामधारी सिंह दिनकर / श्याम कुँवर भारती

पूर्णिका _ दिनकर जैसा । हिंदी है हिंद का हृदय कोई आज ये सोचता है क्या।हिंदी बांधती है राष्ट्र को एक सूत्र कोई मानता है क्या। कलम में खूब जान डाल दे रचना में सभी रंग भर दे।रामधारी सिंह दिनकर…

हिम्मत पर कविता (सरसी छन्द)

हिम्मत पर कविता (सरसी छन्द) हिम्मत रखना निशदिन मानव,जाना प्रभुके पास।गर खोयेगा तू हिम्मत को,टूट जायगी आस। धीरज मन में धारण करना,पाना मंजिल खास।निश दिन हमको बढना होगा होना नहीं निराश। कठिन परिश्रम करना सबको,मुश्किल होय हजार।जबतक लक्ष्य न मिलता…

श्री विष्णु अवतार विश्व कर्मा पर हिंदी कविता

श्री विष्णु अवतार विश्व कर्मा सृष्टि रची है जिसने,किया स्वर्ण लंका का निर्माणदेख महल लंका को,रावण को हुआ था अभिमान कर्म कार थे विश्वकर्मासाक्षात बिष्णु का अवतार।छन भर में सृष्टि रचनाकर लेते‌ थे सू सुमार।। सत्रह सितम्बर प्रकट उत्सवविश्व विदित…

कुछ दिन जीवन बाकी है – डॉ विजय कुमार कन्नौजे

कुछ दिन जीवन बाकी है ===============न कर गुरूर इस जगत मेंन ही कोई ठौर ठिकाना है।आया है जो इस जहां पेनिश्चय ही होना रवाना है।। बना हुआ है जो यह भ्रान्तिसारी दुनिया हमारा है।कान खोलकर सुन मुरखसबन का यहां से…

सितारे पर कविता – माधुरी मोहिनी

सितारे पर कविता –  माधुरी मोहिनी परियाँ नभ लोक धरा उतरी यह देख अचंभित है जन सारे। मुख ओज भरे चमके छड़ियाँ पर शोभित है मणि राज सितारे।। कहती सब पूरन कार्य पड़ा सुरधाम चलो शिव है बलिहारे। यह संगम…

बड़ी दौलत सेहत पर कविता

सेहत सबसे बड़ी दौलत है ज़िंदगी को जियो, बड़े इत्मीनान से,कटेगी ज़िंदगी, बड़े शान से!हर पल,हर घड़ी, बिना किसी तनाव से,खुशी में, करो काम, बड़े चाव से!अकेलापन महसूस होता है जब,करना चाहिए कोई काम तब,व्यस्तता रहेगी तो, समय का क्या?पता…

हरीश व्यास जी का कवितायेँ

हरीश व्यास जी का कवितायेँ कब चमकेगी किरन ? बोझिल सा जीवन-तनहा सा यौवन,ना जानें कौन घड़ी-होगा मिलन, ये बिजली की कड़-कड़-हंसाती कभी है,ये सावन की बूंदे-रुलाती कभी है,तीरगी भरे जीवन का-ना कोई मस्कन. शबेग़म लिए संग-भटकूँ मैं रहगुज़र,वस्ल का…