अंतर्राष्ट्रीय न्याय के लिए विश्व दिवस -अकिल खान

अंतर्राष्ट्रीय न्याय के लिए विश्व दिवस -अकिल खान

कविता संग्रह
कविता संग्रह

अन्याय पर जहाँ न्याय की होती है जीत,
जुल्म का होता है अंत यही है यहाँ की रीत।
मिलता है जहाँ सबको अधिकार,
अत्याचार का जहाँ होता है तिरस्कार।
गरीबों का हमदर्द और बेबसों का सहारा,
जहाँ हो न्याय की पूजा, वो है न्यायपालिका हमारा।

दहेज -प्रथा – अंधविश्वास का करे हमेशा विरोध,
अधिकार – कानून का पालन के लिए लोगों से करें अनुरोध।
आतंकवाद – भ्रष्टाचार पर कार्यवाही ये करे करारा,
जहाँ हो न्याय की पूजा, वो है न्यायपालिका हमारा।

शरणार्थी – पर्दाप्रथा जैसे विवादों का किया हल,
न्यायपालिका की नीति से खुश हैं लोग हर-पल,
काटकर सजा मुजरिम अब आतंक न करें दोबारा,
जहाँ हो न्याय की पूजा, वो है न्यायपालिका हमारा।

दहेज प्रथा बाल – विवाह आदि समस्याओं को किया समाप्त,
न्याय ही धर्म है न्यायपालिका में न्याय है व्याप्त,
जो है सच्चा वो जीता जो झूठा वो सचमुच हारा,
जहाँ हो न्याय की पूजा, वो है न्यायपालिका हमारा।

दास प्रथा जमीन विवाद सभी का होता न्यायगत सुनवाई,
भ्रष्टाचारी – तानाशाही लोग न्यायपालिका से मांगते हैं दुहाई।
भारतीय – अंतरराष्ट्रीय न्यायपालिका के लिए लगाओ जय का नारा,
जहाँ हो न्याय की पूजा, वो है न्यायपालिका हमारा।

अकिल खान रायगढ़ जिला – रायगढ़ (छ. ग.) पिन – 496440.

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