Posted inहिंदी कविता
कमाल का हुनर- विनोद सिल्ला
कमाल का हुनर कमाल का हुनररखती हैं पूरे परिवार का ख्याल सभी परिजनों की पसंद-नापसंदका ख्याल सबकी इच्छा-अनिच्छा का ख्याल इतना सुनियोजित प्रबन्धन कमाल का हुनररखती हैं गृहिणियाँइनके हुनर कासमूचा मूल्यांकन अभी बाकी है -विनोद सिल्ला© विनोद सिल्ला 771/14, गीता कॉलोनी, नज.…