"कविता बहार" हिंदी कविता का लिखित संग्रह [ Collection of Hindi poems] है। जिसे भावी पीढ़ियों के लिए अमूल्य निधि के रूप में संजोया जा रहा है। कवियों के नाम, प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए कविता बहार प्रतिबद्ध है।
मौन बोलता है हाँ !मैं ठहर गया हूँतुम्हारी परिधि में आकरसुन सको तोमेरी आवाज सुनना"मौन" हूँ मैं,मैं बोलता हूँपर सुनता कौन हैअनसुनी सी बात मेरीतुम्हारी "चर्या" के दरमियाँमेरी "चर्चा" कहाँ…
हे धरती के भगवान 1 मई अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस 1 May International Labor Day हो तुम आसाधारण,तेरे कांधों पर दुनिया टिका है,तेरे खून के कतरे से ही ,ये पावन धरती…
संवेदना के सुर बजे जब वेदना के तार पर संवेदना के सुर बजे जब वेदना के तार पर।वाल्मिकी की संवेदना जगी आहत पक्षी चित्कार पर।।१।।प्रथम कविता प्रकट भयी खुला साहित्य…
सही दिशा मिल जाए तो उत्साह से परिपूर्ण होते हैं ये बच्चे,सही दिशा मिले ,तो विश्व को बदलते ये बच्चे, 1- प्यारे-दुलारे सबके सहारे होते हैं ये बच्चे,चहकते, खुशियों से…
नहीँ बताई समाचारों मेंअमितभ बच्चन कीलम्बाई भी बताई अटल बिहारी वाजपेयी कीकविताई भी बताई टाटा, बिड़ला, अम्बानी कीकमाई भी बताई मोदी की लाखों के सूट कीसिलाई भी बताई नेहरु के…
भगवान परशुराम पर कविता त्रेतायुग के अयाचक ब्राह्मणभगवान विष्णु के छठे अंशावतारतुझे पाकर हे भार्गवधन्य हुआ संसार ।।भृगुवंश की माता रेणुकापिता जिनके जमदग्निसाक्षात प्रभु हे गुरू श्रेष्ठहे हवन कुंड की…
परशुराम जयंती पर रचना हे ! विष्णु के छठवें अवतारी, जगदग्नि रेणुका सुत प्यारे ।तुम अजय युद्ध रण योद्धा हो,जिनसे हर क्षत्रिय रण हारे ।।भृगुवंशी हो तुम रामभद्रब्राम्हण कुल में…