जाग्रत हो हे भारतवासी
जाग्रत हो हे भारतवासी जहाँ कभी पुष्प वाटिका हुआ करती थी, वहाँ आज लाशों का अंबार लगा हुआ है , जो जमीन कभी सोने की चिड़िया होती थी ,वहाँ आज लाशों का विछावन बिछा है , जो कभी विश्व का भाग्य विधाता हुआ करता था ,वो आज भिखारी बना घुमाता है , जहाँ कभी मंदिरो … Read more