जाग्रत हो हे भारतवासी

जाग्रत हो हे भारतवासी जहाँ कभी पुष्प वाटिका हुआ करती थी, वहाँ आज लाशों का अंबार लगा हुआ है , जो जमीन कभी सोने की चिड़िया होती थी ,वहाँ आज लाशों का विछावन बिछा है , जो कभी विश्व का भाग्य विधाता हुआ करता था ,वो आज भिखारी बना घुमाता है , जहाँ कभी मंदिरो … Read more

रक्तदान पर अकिल खान की कविता

रक्तदान पर अकिल खान की कविता कर सेवा दुःखीयों की बनालो एक अलग पहचान, वक्त में जो काम आऐ वो है सच्चा इंसान। जो करे बेसहारों का मदद वो पाता है सम्मान, इसलिए करो सहायता दूसरों की क्योंकि ये है, रक्तदान – महादान। कोई अपने ख्वाबों को पुरा करना चाहता है, अपनी दर्द भरी बिमारी … Read more

ईश्वर से साक्षात्कार कराता है संगीत – अनिल कुमार गुप्ता ‘अंजुम’

इस रचना के माध्यम से कवि ने संगीत के विभिन्न आयामों को जीवन से जोड़ने का प्रयास किया है.
ईश्वर से साक्षात्कार कराता है संगीत – कविता – मौलिक रचना – अनिल कुमार गुप्ता ‘अंजुम’

संगीत का दीवाना -अकिल खान

संगीत का दीवाना जब मन हो उदास तो, तुम सुन लेना संगीत, अपने हताश मन में खुशी कर लेना अंकित। खाली है जीवन तो भरलो संगीत का खजाना, यही है समझाना हर कोई , संगीत का दीवाना। विचलित हो जीवन तो संगीत काम आए, गम सारे भाग जाऐ जब कोई संगीत सुनाऐ। संगीत से है … Read more

ऐसा साल ना देना दुबारा

ऐसा साल ना देना दुबारा गुजरा हुआ ये सालकर गया सबको बेहाल। ना कोई जश्न ना कोई त्योहारबस घर की वो चार दीवार। कभी लिविंग रूम तो कभी बेडरूमयही थी दुनिया और यही थे सब। कभी हाफ पैंट, तो कभी ट्रैक पैंटपहनने मिला ही नहीं कभी कोट पैंट। ना कोई दोस्त मिला ना कोई रिश्तेदारबस … Read more