प्रेरणा दायक कविता – आगे बढ़े चलेंगे
प्रेरणा दायक कविता – आगे बढ़े चलेंगे यदि रक्त बूंद भर भी होगा कहीं बदन में,नस एक भी फड़कती होगी समस्त तन में,यदि एक भी रहेगी बाकी तरंग मन में,हर एक साँस पर हम आगे बढ़े चलेंगे। वह लक्ष्य सामने…
प्रेरणा दायक कविता – आगे बढ़े चलेंगे यदि रक्त बूंद भर भी होगा कहीं बदन में,नस एक भी फड़कती होगी समस्त तन में,यदि एक भी रहेगी बाकी तरंग मन में,हर एक साँस पर हम आगे बढ़े चलेंगे। वह लक्ष्य सामने…
मजदूर विश्व निर्माता है। संसार में उसके बिना विकास कार्य संभव नहीं है। मजदूर श्रम के पुजारी है। उन्हें मेरा नमन है।
इस रचना के माध्यम से कवि परिवार की महिमा को व्यक्त कर रहा है |
परिवार - कविता - मौलिक रचना - अनिल कुमार गुप्ता "अंजुम"
परिवार के बिना इंसान का कोई वजूद नही है।
हर मनुष्य परिवार के लिए ही जीता और मरता है।
परिवार में मिलजुलकर रहने से हर कार्य सरलता से संपन्न हो जाता है।
प्रेरणा दायक कविता – आज चुकाना है ऋण तुमको अपनी माँ के प्यार का उठो, साथियो ! समय नहीं है बहशोभा-अंगार का।आज चुकाना है ऋण तुमको अपनी माँ के प्यार का॥ प्राण हथेली पर रख-रखकर, चलना है मैदान में।फर्क नहीं…