साजन की याद में कविता -केवरा यदु मीरा
साजन की याद में कविता रिमझिम बरखा के आने से प्रिय याद तुम्हारी आई।मेरे मन के आँगन में फिर गूँज उठी शहनाई।प्रिय याद तुम्हारी आई।। बाट जोहती साँझ सबेरे आयेंगे अब साजन।मन ही मन मैं झूमती गाती बजते चूड़ी कंगन।रिमझिम…