नारी पर आधारित कविता
नारी पर आधारित कविता नारी जगत का सार नारी सृष्टि काआधार जननी वो कहलाती मान उसे दीजिये।। ???नारी ईश्वर का रूप उसकी शक्ति अनूप …
नारी पर आधारित कविता नारी जगत का सार नारी सृष्टि काआधार जननी वो कहलाती मान उसे दीजिये।। ???नारी ईश्वर का रूप उसकी शक्ति अनूप …
ताजमहल पर कविता मौत भी मिटा नहीं सकी ,मन में रहे यादें हर पल ,भारत के आगरा में बना ,भव्य आकर्षक ताजमहल । फैली है इसकी खूबसूरती ,देख सकते जहां तक ,सात आश्चर्य में से एक ,सुंदरता इसकी है आकर्षक, …
सेवा पर कविता सेवा वंचित मत रहो,तन मन दीजे झोकसेवा मे सुख पाइए,नहीं लगाओ रोक ।।1।। जो सेवा संपन्न है ,देव अंश तू जान ।इनके दर्शन मात्र से ,मिलते कई निदान ।।2।। सेवा का व्यापार कर ,बनते आज अमीर ।पीड़ित…
किसे कहूं दर्द मेरा किसे कहूं दर्द मेराओ मेरे साजनलगे सब कुछ सुना सुना सातुम बिन छाई मायूसीकाटने को दौड़ते हैं ये लम्हेहर पल, पल पल भीवीरान खण्डहर की तरहछाया काली जुल्फों सा अंधेरा बिन तेरे ए हमसफ़र ।सताता हैं अकेलापनहर…
पाप-कुण्डलियाँ निर्जन पर्वत में अगर , करो छुपाकर पाप ।आज नहीं तो कल कभी , …