मैं नन्हा दीपक हूँ -डाँ. आदेश कुमार
मैं नन्हा दीपक हूँ मैं जग का नन्हा दीपक हूँ ।। मैं निर्भय होकर जलता हूँ ।। निपट अकेला कोई होता ।चिंताओ में जब है खोता ।।रक्षक बन जाता हूँ उसका ,मैं अपलक जगता रहता हूँ ।।मैं जग का नन्हा दीपक हूँ ।।मैं निर्भय होकर जलता हूँ ।। होता दो दिल का बंधन जब ।जुड़ना … Read more