प्रश्न है अब आन का-प्रवीण त्रिपाठी
प्रश्न है अब आन का हर प्रगति के मूल में स्थान है विज्ञान का।खोज करता नित्य जो उपयोग करके ज्ञान का।1 रात दिन वो जूझते भारत कभी पीछे न हो।देश जे हित काम करके ध्यान रखते मान का।2 टोलियाँ वैज्ञानिकों…
प्रश्न है अब आन का हर प्रगति के मूल में स्थान है विज्ञान का।खोज करता नित्य जो उपयोग करके ज्ञान का।1 रात दिन वो जूझते भारत कभी पीछे न हो।देश जे हित काम करके ध्यान रखते मान का।2 टोलियाँ वैज्ञानिकों…
प्रसन्न रहे मेरी मां भारती हे गणपति ! गणराज, गणनायक,विघ्नहर्ता वरदाता, मंगल दायक।अष्ट सिद्धि, नव निधि के दाता, आए शरण, राखो लाज विधाता। हे शंकर सु्वन, भवानी नंदन,रिद्धि देना और सिद्धि देना।कोमल बुद्धि देना हर सकू संताप जगत के आप मुझे प्रसिद्धि…
इतिहास बनाना आदत है इतिहास बनाना आदत है,परिश्रम इसरो की इबादत है!संकल्प और गहरा हुआ है,दो कदम पर मंजिल अपनी है! क्योंकि, चंद्रयान 2 सफल है,हर हिंदुस्तानी के दिल में!बचपन से चांद को देखा है,अब पाने की हसरत जागी है!…
जिंदगी में अच्छा दोस्त किताब है “ हर जिज्ञासु के मन में पाने की चाह है,मंजिल तक पहुंचाने का यही एक राह है। नया करने का इनमे बनता ख़्वाब है,जिंदगी में सबसे अच्छा दोस्त किताब है। इसी में कबीर के…
है नमन देश की माटी को विश्वजीत है स्वंत तिरंगा तीन रंगों की अमृत गंगासरफ़रोश होता हर जन मन मत लेना तुम इससे पंगा, ऊर्ज समाहित सैन्य बलों में जन, धन लेकर खड़े पलों मेंऊर्जा का संचार देश मेंप्रश्न खड़े अनुत्तरित…