तितली पर बाल कविता / पद्म मुख पंडा

तितली पर बाल कविता / पद्म मुख पंडा


रंग बिरंगी तितली रानी
आई हमरे द्वार
मधुलिका ने उसको देखा,
उमड़ पड़ा था प्यार!
गोंदा के कुछ फूल बिछाकर,
स्वागत किया सुहाना,
तितली रानी, तितली रानी!

मधुर कंठ से गाना!
तेरा मेरा नाता तो है,
बरसों कई पुराना!
आई हो अभ्यागत बनकर,
अभी नहीं तुम जाना,
शहद और गुलकंद रखा है,
बड़े मज़े से ख़ाना!
घर में तुम्हें खोजते होंगे,
जाकर, कल फ़िर आना!

स्वरचित एवम् मौलिक
पद्म मुख पंडा ग्राम महा पल्ली जिला रायगढ़ छत्तीसगढ़

कविता बहार

"कविता बहार" हिंदी कविता का लिखित संग्रह [ Collection of Hindi poems] है। जिसे भावी पीढ़ियों के लिए अमूल्य निधि के रूप में संजोया जा रहा है। कवियों के नाम, प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए कविता बहार प्रतिबद्ध है।