by कविता बहार | Jan 29, 2022 | हिंदी देशभक्ति कविता
अमर शहीदों पर कविता – महदीप जँघेल जिसके दम पर खड़ा है भारत,जिसे पूरा राष्ट्र करे सलाम।भारत के ऐसे अमर शहीदों को,हमारा शत् शत् है प्रणाम।आजादी के लिए खून बहाकर,देते वीर देशभक्ति का पैगाम।राष्ट्र के लिए मर मिटने वाले,अमर शहीदों को सादर प्रणाम।गुलामी का जंजीर... by कविता बहार | Jan 23, 2022 | हिंदी देशभक्ति कविता
सुभाष चंद्र बोस – डॉ एन के सेठी आजादी के नायक थेमातृभू उन्नायक थेजीवन अर्पण कियाऐसे त्यागी वीर थे।।भारत माँ हुई धन्यदेशभक्ति थी अनन्यजयहिन्द किया घोषकर्मयोगी वीर थे।।त्याग दिया घर बारकिया वतन को प्यारशत्रु के लिए सदा वोतेज शमशीर थे।।भारत माँ के सपूतसाहस भरा... by कविता बहार | Dec 12, 2021 | हिंदी देशभक्ति कविता
महदीप जंघेल की कविता बाल कविता बचपन जीने दो भविष्य की अंधी दौड़ में,खो रहा है प्यारा बचपन।टेंशन इतनी छोटी- सी उम्र में,औसत उम्र हो गया है पचपन। गर्भ से निकला नहीं कि,जिम्मेदारी के बोझ तले दब जाते,आपको ये बनना है,वो बनना है,परिवार के लोग बताते। तीन साल के उम्र में... by कविता बहार | Aug 20, 2021 | हिंदी देशभक्ति कविता
कविता संग्रह महिला सांसदों पर मार्शल बल का प्रयोग – लोकतंत्र पर कालिख पिछले दिनों लोकतंत्र के मंदिर माने जाने वाले संसद के उच्च सदन राज्य सभा में पिछड़ा वर्ग संबंधी बिल के संदर्भ में आयोजित सत्र के दौरान महिला सांसदो के साथ धक्कामुक्की की गई। छत्तीसगढ़ के कांग्रेस... by कविता बहार | Aug 3, 2021 | हिंदी देशभक्ति कविता
भगत सिंह का पुकार देश के खातिर हो गया कुर्बान,जुबांँ पर था भारत का गुणगान।पाकिस्तान में जन्मे भारत ने पाला,बचपन में प्यारा नाम था भागोवाला।नित – अथक सभी करें देश का उद्धार,देशवासियों को, भगत सिंह का पुकार। कोई सिख था कोई हिन्दू- मुसलमान,देश की आजादी के लिए दे दी... by कविता बहार | May 23, 2021 | हिंदी देशभक्ति कविता
गुरु गोबिन्द सिंह जयंती पर कविता गुरु गोबिन्द सिंह जी की श्रद्धा, उनकी वीरता और उनके बलिदानों को बयां करती एक कविता। फूल मिले कभी शूल मिले,प्रतिकूल, उन्हें हर मार्ग मिले।फिर भी चलने की ठानी थी,मुगलों से हार न मानी थी। नवें गुरु, पिता तेगबहादुर,माता गुजरी, धन्य...