धनतेरस त्यौहार पर कविता-संतोष नेमा “संतोष”

धनतेरस त्यौहार पर कविता

धन की वर्षा हो सदा,हो मन में उल्लास

तन स्वथ्य हो आपका,खुशियों का हो वास

जीवन में लाये सदा,नित नव खुशी अपार
धनतेरस के पर्व पर,धन की हो बौछार

सुख समृद्धि शांति मिले,फैले कारोबार
रोशनी से रहे भरा,धनतेरस त्यौहार

झालर दीप प्रज्ज्वलित,रोशन हैं घर द्वार
परिवार में सबके लिए,आये नए उपहार

माटी के दीपक जला,रखिये श्रम का मान

@संतोष नेमा “संतोष”

कविता बहार

"कविता बहार" हिंदी कविता का लिखित संग्रह [ Collection of Hindi poems] है। जिसे भावी पीढ़ियों के लिए अमूल्य निधि के रूप में संजोया जा रहा है। कवियों के नाम, प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए कविता बहार प्रतिबद्ध है।

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