कविता
- नन्हा मुन्ना राही हूँ देश का सिपाही हूँ बाल गीत
- वृक्ष लगाएं धरती बचाएं/ नीलम त्यागी ‘नील’
- प्रेरक कविता/ डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी
- हो रहा पर्यावरण नुकसान/एस के कपूर “श्री हंस”
- सरस्वती वंदना/डॉ0 रामबली मिश्र
- जलती धरती/मनोज कुमार
- जलती धरती/प्रेमचन्द साव “प्रेम”,बसना
- शिवरात्रि विशेष/डॉ0 रामबली मिश्र
- अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर रचना/सुशी सक्सेना
- जलती धरती/पूनम त्रिपाठी
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हिंदी ग़ज़ल
यह अरबी साहित्य की प्रसिद्ध काव्य विधा है । संगीत के क्षेत्र में इस विधा को गाने के लिए इरानी और भारतीय संगीत के मिश्रण से अलग शैली निर्मित हुई।
अरबी भाषा के ‘ग़ज़ल’ शब्द का अर्थ है औरतों से या औरतों के बारे में बातें करना।
ग़ज़ल एक छोटी कविता है जिसमें तुकबंदी करने वाले जोड़े होते हैं, जिन्हें कहा जाता है बेअत या शेर. अधिकांश ग़ज़ल सात और बारह के बीच होती हैं
It is a famous poetic genre of Arabic literature. In music, this genre was created by mixing Iranian and Indian music to sing this genre.
The word ‘Ghazal’ in Arabic means to talk to women or about women.
आज कल अवसाद से गुजर रहा हूं मैं
*ग़ज़ल*आज कल अवसाद से गुज़र रहा हूं मैं।
बिना तेरे निबाह! कैसे उमर रहा हूं मैं।एक उम्र तक जिंदगी से गिला न…
आस टूट गयी और दिल बिखर गया
ग़ज़ल*
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आस टूट गयी और दिल बिखर गया।
शाख से गिरकर कोई लम्हा गुज़र गया।उसकी…
ग़ज़ल -विनोद सिल्ला
ग़ज़ल -विनोद सिल्लाकैसी-कैसी हसरत पाले बैठे हैं।गिद्ध नजर जो हम पर डाले बैठे हैं।।इधर कमाने वाले खप-खप…
लक्ष्य पर ग़ज़ल – सुशी सक्सेना
कांटों भरा हो या फूलों भरा, जारी ये सफ़र रखना,कदम जमीं पर हो, मगर आसमां पर नजर रखना।मुश्किलों भरीं हैं, ये राहें…
सादगी पर सायरी
सादगी पर सायरीसादगी की सुरत सुहानी
बनावट की बातों का काम नहीं है।
सादगी की खुबसूरत जवानी
बेतहासा सजावट का काम…
समझाये सबो मोला (छत्तीसगढ़ी गजल)
पगला कहे दुनिया समझाये सबो मोला ।का तोर मया हे दिखलाये सबो मोला ।।मन मोर भरम जाये वो ही गोठ ला करथेंदुरिहा चले…
कतको दीवाना हे (छत्तीसगढ़ी गजल)
कतको दीवाना हे (छत्तीसगढ़ी गजल)किस्मत के सितारा हा चमक जाही लगत हे ।मन तोर दीवाना हे भटक जाही लगत हे ।।…
सुकमोती चौहान रुचि की ग़ज़ल
सुकमोती चौहान रुचि की ग़ज़लगज़ल बहर 1212 1212 1212 1212दबा के दुखती नस को…
क्या भला रह जायेगा
इस ग़ज़ल के माध्यम से संसार की भंगुरता और अस्थिरता की बात की जा रही है।अपने कर्तव्ययों का निष्ठापूर्वक निर्वहण करके…