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Tag: #बाबूराम सिंह

  • भारत राष्ट्रपिता कहलाये धन्य

    भारत राष्ट्रपिता कहलाये धन्य

    भारत राष्ट्रपिता कहलाये धन्य सादा जीवन उच्च विचार अपनाये मानवतावादी।भारत राष्ट्रपिता कहलाये धन्य महात्मा गाँधी। २ अक्टुबर सन् १८६९ समय रहा सुखदाई।गुजरात के पोरबन्दर में…

  • दशहरा पर कविता

    दशहरा पर कविता

    दशहरा पर कविता राम रावणको मार,धर्मका किये प्रचार,बढ़ गया सत्य सार ,यही है दशहरा। देव फूल बरसायें ,जगत सारा हर्षाये,गगन-भू सुख पाये,यही है दशहरा। खुशहुये…

  • शक्ति वंदना

    शक्ति वंदना

    दुर्गा या आदिशक्ति हिन्दुओं की प्रमुख देवी मानी जाती हैं जिन्हें माता, देवी, शक्ति, आध्या शक्ति, भगवती, माता रानी, जगत जननी जग्दम्बा, परमेश्वरी, परम सनातनी देवी आदि नामों से भी…

  • आश्विन नवरात्रि पर विशेष गीत

    आश्विन नवरात्रि पर विशेष गीत

    दुर्गा या आदिशक्ति हिन्दुओं की प्रमुख देवी मानी जाती हैं जिन्हें माता, देवी, शक्ति, आध्या शक्ति, भगवती, माता रानी, जगत जननी जग्दम्बा, परमेश्वरी, परम सनातनी देवी आदि नामों से भी…

  • राष्ट्र भाषा पर छंद– बाबूराम सिंह

    राष्ट्र भाषा पर छंद– बाबूराम सिंह

    राष्ट्र भाषा पर छंद सुखद हिन्द महान बनाइए।मधुर बोल सदैव अपनाइए।प्रगति कारक भारत हो तभी।सरस काम करें अपना सभी। अजब ज्ञान भरें शुभदा लिए।सहज भावभरोस…

  • शिक्षा ज्ञान का दीपक है कविता -बाबूराम सिंह

    शिक्षा ज्ञान का दीपक है कविता -बाबूराम सिंह

    शिक्षा ज्ञान का दीपक है कविता सौभाग्यसे मिलाहै नरतन इसे सुफल बनाओ।शिक्षा ज्ञान का दीपकहै सरस सदा अपनाओ।। बिनविद्या नर पशु समहै कहती दुनियां सारीछाया…

  • माँ दुर्गा पर कविता -बाबूराम सिंह

    माँ दुर्गा पर कविता -बाबूराम सिंह

    दुर्गा या आदिशक्ति हिन्दुओं की प्रमुख देवी मानी जाती हैं जिन्हें माता, देवी, शक्ति, आध्या शक्ति, भगवती, माता रानी, जगत जननी जग्दम्बा, परमेश्वरी, परम सनातनी देवी आदि नामों से भी…

  • मित्र और मित्रता पर कविता – बाबूराम सिंह

    मित्र और मित्रता पर कविता – बाबूराम सिंह

    मित्र और मित्रता पर कविता हो दया धर्म जब मित्र में,सुमित्र उसको मानिए।ना मैल हो मन में कभी, कर्मों को नित छानिए।आदर सेवा दे मित्र…

  • रामधारी सिंह दिनकर जी पर कविता -बाबूराम सिंह

    रामधारी सिंह दिनकर जी पर कविता -बाबूराम सिंह

    रामधारी सिंह दिनकर जी तेईस सितम्बर  सरस,सन उन्नीस सौ आठ।बालक एक जन्म लिया,शुभ सेमरिया घाट।। बेगु   सराय  बिहार  में ,  है  सेमरिया   घाट।होनहार बालक हुआ,मिला…

  • मानवता पर ग़ज़ल – बाबूराम सिंह

    मानवता पर ग़ज़ल – बाबूराम सिंह

    मानवता पर ग़ज़ल तपस्या तपमें गल कर देखो।सत्य धर्म पर चल कर देखो।। प्रभु भक्ति शुभ नेकी दान में,अपना रूख बदलकर देखो। दीन-दुखीअबला-अनाथ की,पीड़ा बीच…