विश्व कविता दिवस (अंग्रेजी: World Poetry Day) प्रतिवर्ष २१ मार्च[1] को मनाया जाता है। यूनेस्को ने इस दिन को विश्व कविता दिवस के रूप में मनाने की घोषणा वर्ष 1999[2] में की थी जिसका उद्देश्य को कवियों और कविता की सृजनात्मक महिमा को सम्मान देने के लिए था।
कविता क्या है?
हे प्रिये! कविता क्या है?
कविता मधुर की मुस्कान है।
भावों की तीव्र अनुभूति है।
कविता सुंदर का ज्ञान है।
कविता जज्बातों,अरमानों का रूप है।
कविता सुख दुःख का अर्पण है।
कविता समाज का दर्पण है।
कविता शब्दों का समर्पण है।
कवि की आत्मा की गहराई है।
कविता भावों का उमड़ता संस्कार है।
मन की कोमल उदगार है।
कविता कल,आज,कल की पुकार है।
सच का स्वाभिमान है कविता।
साहित्य का सम्मान है कविता।
भाषा की जड़ सींचता है कविता।
सच कहता है मधुर आत्मज्ञान है कविता।
सुन्दर लाल डडसेना“मधुर”
ग्राम-बाराडोली(बालसमुंद),पो.-पाटसेन्द्री
तह.-सरायपाली,जिला-महासमुंद(छ. ग.)