लबों पे है तेरा नाम

लबों पे है तेरा नाम

लब  पे नाम  तेरा
सुमिरूँ मैं सुबह शाम

मोहन  मेरे  श्याम ।

आँखों  में तुम बसे हो
साँसों की माला  में
ओ मोहन  बस
तेरा ही  नाम ।

तुम जगत  नियंता
भक्तों को प्यारे ।
हे गोविन्द  मेरे
यसुदा के  हो दुलारे ।

मैने  रचाई मेंहदी
मोहना  तेरे  नाम ।

लबों पे है तेरा  नाम ।

केवरा यदु “मीरा “

कविता बहार

"कविता बहार" हिंदी कविता का लिखित संग्रह [ Collection of Hindi poems] है। जिसे भावी पीढ़ियों के लिए अमूल्य निधि के रूप में संजोया जा रहा है। कवियों के नाम, प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए कविता बहार प्रतिबद्ध है।

Leave a Reply