माधुरी डड़सेना के हाइकु

माधुरी डड़सेना के हाइकु

हाइकु
hindi haiku || हिंदी हाइकु


1
मौसमी ज्वर-
फंदे में झूल रहे
प्रेमी युगल

2
जलतरंग-
सर्प के मुख आती
टर्र ध्वनि

3
तांडव नृत्य-
घर में तैर रहे
सारा सामान

4
फटा बादल-
घर मे दुबका है
मगरमच्छ

5
व्यस्त सड़के-
बैठे हैं सड़क में
भैसों का झुंड

6
उत्तराषाढा-
अरबी में चमके
पानी की बूंदे

7

पहली वर्षा-
नाग जोड़े करते
प्रणय लीला

8

मावस रात-
बूढ़ी गाय झेलती
मक्खियाँ दँश

9

गुड्डी का फोटो-
चौराहे में जलाते
मोमबत्तियां

10

स्वेत बादल-
कृष देख रहा है
वर्षा मिज़ाज

11

खेतो में आग-
अधजले चूजे है
पेड़ के नीचे

12

गाल का तिल
मन करे मोहित
चाँद शोभित

13

दुवाओं भरा
भरपूर विस्वास
पापा का प्यार

14

गर्भ से झांका
बुनती है स्वेटर
मेरे लिए माँ

15

है गुलज़ार
बजुर्ग खुशहाल
घर संसार

माधुरी डड़सेना

कविता बहार

"कविता बहार" हिंदी कविता का लिखित संग्रह [ Collection of Hindi poems] है। जिसे भावी पीढ़ियों के लिए अमूल्य निधि के रूप में संजोया जा रहा है। कवियों के नाम, प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए कविता बहार प्रतिबद्ध है।

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