अंग्रेजी नववर्ष अभिनंदन
१.
कहें चौबीस अलविदा, स्वागत है नववर्ष|
मंगल मोद मना रहे़ं , है प्रतीक्षा सहर्ष ||
है प्रतीक्षा सहर्ष, स्वप्न चौबीस के सजे|
हर्षित जनमन आज, नूतन संवत् विराजे||
विनय करे ‘गोपाल’ , खुशी बाँटते सब रहे़ं।
अंग्रेजी वर्ष की ,शुभेच्छा भी सभी कहें ||
२.
मंगलमय नववर्ष हो, खुशमय हो परिवार।
घर में मिल-जुल कर रहें,बाँटें सबको प्यार।।
बाँटें सबको प्यार, सब बनिए परम प्रबुद्ध।
नया साल कीजिए,तन मन को निर्मल,शुद्ध।।
विनय करे गोपाल,हो हर्षित मुदित मधुमय।
यूं करलें कुछ काम, हो नव वर्ष मंगलमय ।।
कविता
नया भोर जिंदगी में आबे , नइका नइका खुशियां लाबे ।
सुख शांति समृद्धि सभ्भे पाबे, प्रभु करहो कोई उपाय ।
प्रभु करोहो कोई उपाय, गम के सब बादल छट जाबे ।
पसरे आनंद अखिल जगत में, चहु ओर सदा ही मंगल बाजे ।
चहु ओर सदा ही मंगल बाजे, हो जाइ सब खुशहाल ।
गंगा नियर निर्मल होबे, अंग्रेजबन के इ नइका साल ।
अंग्रेजबन के इ नइका साल, मनावे दुनिया सारी ।
दे बधाई आज आनंद मनाबे, सजाबे घर अउ दुआरी ।
फोड़े पटाखा करे धमाका, आजाद अकेला बनल अनारी ।
आजाद अकेला बनल अनारी, उहो झूमे नाचे गाबे ।
अंतर्राष्ट्रीय नव वर्ष मनाबे, मन के अपन समझाबे ।
तीन मास के बाद फेर बसंत , लगतइ खुशियां लुटाबे ।
चैत्र शुक्ला प्रतिपदा के आगम खातिर अपन पलक बिछाबे ।
आचार्य गोपाल जी
उर्फ
आजाद अकेला बरबीघा वाले