माधव श्री कृष्ण पर कविता

माधव श्री कृष्ण पर कविता

माधव श्री कृष्ण पर कविता Shri Krishna सबके दिल मे रहने वाला,माखन मिश्री खाने वाला।गाय चराते फिरते वन मे,सुंदर तान सुनाने वाला ।खेल दिखाते सुंदर केशव,सबके मन को भाने वाला।भाये ना केशव मुझको अब,   हर  दस्तूर जमाने वाला।ध्यान धरे है माधव सबकी,दुख सबके है...

फिर जली एक दुल्हन

फिर जली एक दुल्हन शादी का लाल जोड़ा पहन,ससुराल आई एक दुल्हन,आंखों में सजाकर ख्वाब,खुशियों में होकर मगन! रोज सुबह घबरा सी जाती,बन्द सी हो जाती धड़कन,ना जाने कब बन जाये,लाल जोड़ा मेरा कफ़न! फिरभी सींचे प्यार से,अपना छोटा सा चमन,खुशियों से महके आँगन,नित नए खिलते सुमन! एक रोज...
मनीलाल पटेल उर्फ़ मनीभाई नवरत्न के कविता

मनीलाल पटेल उर्फ़ मनीभाई नवरत्न के कविता

मनीलाल पटेल उर्फ़ मनीभाई नवरत्न के कविता Table of Contentsएक अजब खिलखिल हैबादल, योद्धा, शिक्षक अस्तित्व की हाजिरी अभी दिल भरा नहींबादल पर कविता कलम से अनोखा ये समाज आज अंधकार है जो चाहे ढल गए महंगाई का दौर प्रेम तो मैं करता नहींस्वतंत्र हो चलेंअनमोल है बेटियांजीवन तो...

जा लिख दे

जा लिख दे “साधु-साधु!”लेखनी लिखे कुछ विशेषदें आशीषमैं भी कुछ ऐसा लिख जाऊँजो रहे संचित युगों-युगोंचिरस्थायी,शाश्वत–’जा लिख दे अपना वतन’जो सृष्टि संग व्युत्पन्नआश्रयस्थल प्रबुद्धजनों का,शूरवीरों काप्रथम ज्ञातारहेगा समष्टि के अंत बाद भी।...

बहुरूपिया

बहुरूपिया बकरी बनकर आया,मेमने को लगाकर सीने से,प्यार किया,दुलार किया!दूसरे ही क्षण–भक्षण कर मेमने का,तृप्त हो डकारा,बहुरूपिये भेड़िये ने फिर,अपना मुखौटा उतारा!!—-डॉ. पुष्पा सिंह’प्रेरणा’अम्बिकापुर,सरगुजा(छ....