प्लास्टिक मुक्त दिवस पर दोहे-अंचल

आज प्लास्टिक ने हमारे पर्यावरण के लिए बहुत खतरा पैदा कर दिया है। तो जनजागृति हेतु यहां पर प्लास्टिक मुक्त दिवस पर दोहे दिया गया है

प्लास्टिक मुक्त दिवस पर दोहे

पन्नी की उपयोगिता,करें बन्द तत्काल।
खतरा जीवन के लिए,जीना करे मुहाल।।

धीमा विष है जगत में ,सेहत करे प्रभाव।
आओ इनसे सब करें,रिस्ता खत्म लगाव।।

जहर धुँआ में व्याप्त है, करे गात बीमार।
इनसे बचकर ही रहे, अंचल करे पुकार।।

प्रचलन में लाना नहीं,आओ लें सौगन्ध।
बन्द करें निर्माण सब,करें त्वरित प्रतिबन्ध।।

गर रखना जीवन हमें,उन्नत औ खुशहाल।
आओ इन पर सब करें ,खत्म बाबत सवाल।।

संकट लाये जगत में,खोजें चल निपटान।
दूर रखें उपयोग से, चले विश्व अभियान।।

एक पूण्य का काम है,कहता अंचल नित्य।
सुखदाता बनना हमें, करिए ऐसे कृत्य।।

बन्द करें आओ चलें,लेकर नव संकल्प।
इससे दूजा है नहीं, बचने हेतु विकल्प।।

कपड़े थैले की करें ,आओ जी उपयोग।
जड़ से करना खत्म है ,पन्नी तुच्छ वियोग।।

खोजें आओ हम सभी,फौरन सहज निदान।
रोग रहित दुनिया बने ,संध्या और बिहान।।

हाथ हमारे फैसला, लेना है तत्काल।
बन्द करें उपयोग तब,होगा समय बहाल।।

✍️अंचल

कविता बहार

"कविता बहार" हिंदी कविता का लिखित संग्रह [ Collection of Hindi poems] है। जिसे भावी पीढ़ियों के लिए अमूल्य निधि के रूप में संजोया जा रहा है। कवियों के नाम, प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए कविता बहार प्रतिबद्ध है।

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