मुंशी प्रेमचंद जी पर दोहे

मुंशी प्रेमचंद जी पर दोहे

मुंशी प्रेमचंद

प्रेमचंद साहित्य में,एक बड़ी पहचान।
कथाकार के नाम से,जानत सकल जहान।।

उपन्यास लिखते गए,कफ़न और गोदान।
प्रेमचंद होते गए,लेख क्षेत्र सुल्तान।।

रही गरीबी बचपना,करते श्री संघर्ष।
मिली एक दिन नौकरी,जीवन में उत्कर्ष।।

गाँधी के सानिध्य में,प्रेम किए सहयोग।
फौरन छोड़ी नौकरी,समय लेख उपयोग।।

✒️ *परमेश्वर अंचल*

कविता बहार

"कविता बहार" हिंदी कविता का लिखित संग्रह [ Collection of Hindi poems] है। जिसे भावी पीढ़ियों के लिए अमूल्य निधि के रूप में संजोया जा रहा है। कवियों के नाम, प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए कविता बहार प्रतिबद्ध है।

Leave a Reply