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पहचान पर कविता

पहचान पर कविता कैद न करो बस पिंजरे मेंहमें नही चाहिए पूरा जहान ।अपने को मानते हो श्रेष्ठ तोहमें भी बनने दो नारी महान ।।जहाँ कोई मालिक न होऔर न हो यहाँ कोई गुलाम ।दोस्ती का रिश्ता हो बसदोस्ती ही…

yog divas

अरुणोदय

अरुणोदय प्रतिदिन अरुणोदय हममें जगाती हैस्फूर्ति भोर का समयसुबह की लालिमासूर्य की किरणें पृथ्वी पर आती हैसुखद एहसास होता है वहठंड के मौसम में इंतजार होता हैसभी कोअरुणोदय कापक्षी सारे चहचहाकरअभिनंदन करते हैं वहीं गायें रंभा करइंसान, सूर्य नमस्कार सेअपने…