होली में धूम मचायेंगे /डॉ रामबली मिश्र

holi

होली में धूम मचायेंगे /डॉ0 रामबली मिश्र  होली में धूम मचायेंगे,होली में। नित रंग डाल नहलायेंगे,होली में।। स्वागत होगा पिचकारी से। हँसी ठिठोली दिलदारी से।। मुँह में सबके रंग लगेगा। सबका मुखड़ा खूब खिलेगा।। होली में रस बरसायेंगेगे,होली में। भय भूत बने डरवायेंगे,होली में।। द्वार द्वार पर रंग गिरेगा। लाल गुलाबी सकल दिखेगा।। हर कोई … Read more

विश्व कविता दिवस/डॉ0 रामबली मिश्र

विश्व कविता दिवस

विश्व कविता दिवस/डॉ0 रामबली मिश्र प्रति पल कविता दिवस मनाता।हिन्दी में लिखना सिखलाता।।मन मन्दिर में ध्यान लगाता।सबको उत्तम राह दिखाता।। अंतर्मन के भाव गमकते।शब्दों के आह्लाद चहकते।।अर्थ बताते सत्य पंथ गह।स्नेह परस्पर का मतलब कह।। कविता लिख कर मन बहलाता।जीवन को खुशहाल बनाता।।लेखन ही सत्कर्म धर्म है।जीवन का य़ह शिष्ट मर्म है।। हिन्दी में जो … Read more

दौलत पर कविता /डॉ0 रामबली मिश्र

दौलत पर कविता

दौलत पर कविता /रामबली मिश्र दौलत जिसके पास है, उसे चाहिए और।और और की चाह में,कभी न पाता ठौर ।। दौलत ऐसी भूख है,भरे न जिससे पेट।दौलत करे मनुष्य का,रातोदिन आखेट।। दौलत के पीछे सदा,भाग रहा इंसान।मृग मरीचिका सी बनी,मार रही है जान।। यदि दौलत संतोष की, जीवन है आसान।थोड़े में भी पूर्ण हों,जीवन के … Read more

प्रेरक कविता/ डॉ0 रामबली मिश्र

struggle

“बिना संघर्ष कुछ नहीं मिलता” हमें बताती है कि हमें अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए प्रयास करना और संघर्ष करना होता है। जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए हमें समस्याओं और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है और उन्हें पार करने के लिए हमें मेहनत, संघर्ष, और साहस की आवश्यकता होती है। … Read more