बाल कविता – भ्रमण

बाल कविता – भ्रमण सुबह भ्रमण को हम जाएं ।ठंडी – ठंडी हवा में नहाएं ।। वो देखो-देखो कौन आए ।बन्दरों की फौज शोर मचाए।। नाच रहे ठुमक-ठुमक कर मोर ।भ्रमण-पथ पर ये दृश्य मन भाए।। नन्हीं चिड़ियों के मधुर तराने ।मैना-तीतर मिल सुर मिलाए ।। पेड़ पौधे मिलकर गाना गाये।ठंडी हवाएं मन को बहुत … Read more