कविता
- नन्हा मुन्ना राही हूँ देश का सिपाही हूँ बाल गीत
- वृक्ष लगाएं धरती बचाएं/ नीलम त्यागी ‘नील’
- प्रेरक कविता/ डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी
- हो रहा पर्यावरण नुकसान/एस के कपूर “श्री हंस”
- सरस्वती वंदना/डॉ0 रामबली मिश्र
- जलती धरती/मनोज कुमार
- जलती धरती/प्रेमचन्द साव “प्रेम”,बसना
- शिवरात्रि विशेष/डॉ0 रामबली मिश्र
- अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर रचना/सुशी सक्सेना
- जलती धरती/पूनम त्रिपाठी
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#अशोक शर्मा
यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर०अशोक शर्माके हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .
सावन में भक्ति
सावन की रिमझिम फुहार के बीच संख व डमरू की आवाज मन की जड़ता को हिला देती है। एक नवीन प्रेरणा
अन्तर्मन को ऊर्जान्वित…
कोशिश फिर से करते हैं
कोशिश फिर से करते हैंआओ एक कोशिश फिर से करते हैं,टूटी हुई शिला को फिर से गढ़ते हैं।आओ एक कोशिश फिर से करते…
5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर मनहरण घनाक्षरी रचना
5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर मनहरण घनाक्षरी रचना★ पर्यावरण और मानव★धरा का श्रृंगार देता, चारो ओर पाया…
03 जून विश्व साइकिल दिवस पर दोहे
03 जून विश्व साइकिल दिवस पर दोहेदोहा दोहापाँवगाड़ीसाइकिल साधन एक है,सस्ता और आसान।जिसकी मर्जी वो चले,…
गाँव की महिमा पर अशोक शर्मा जी की कविता
गाँव की महिमा पर अशोक शर्मा जी की कवितागांव और शहरलोग भागे शहर-शहर , हम भागे देहात,हमको लागत है गाँवों…