विविध छंदबद्ध काव्य भ्रूणहत्या-कुण्डलिया छंद कविता बहार Nov 4, 2023 0 भ्रूणहत्या-कुण्डलिया छंदसाधे बेटी मौन को, करती एक गुहार।जीवन को क्यों छीनते ,मेरे सरजनहार।मेरे…