
सुप्रभात वंदन -नमन वंदन वीणावादनी
सुप्रभात वंदन -नमन वंदन वीणावादनी नमन वंदन वीणावादनी, सुर नर मुनि जन पूजे ज्ञानी। वाणी में विराजती माता, माँ शारदे बड़ी वरदानी।। राह सच जो चलता हमेशा, ज्ञान मातु नित नित वह पाया। मिले नित साहस लेखनी…
यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर ०भुवन बिष्ट के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .
सुप्रभात वंदन -नमन वंदन वीणावादनी नमन वंदन वीणावादनी, सुर नर मुनि जन पूजे ज्ञानी। वाणी में विराजती माता, माँ शारदे बड़ी वरदानी।। राह सच जो चलता हमेशा, ज्ञान मातु नित नित वह पाया। मिले नित साहस लेखनी…