यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर ० बिसेन कुमार यादव’बिसु” के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .

शीत ऋतु (ठण्ड) पर कविता

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shri Krishna
Shri Krishna

आओ मेरे श्याम -बिसेन कुमार यादव ‘बिसु’

आओ मेरे श्याम -बिसेन कुमार यादव 'बिसु' जन्माष्टमी महोत्सव पर कविता Shri Krishna गोपियों के संग रास रचैया तुम हो मेरे किशन कन्हैया।तेरे आराधक तुम्हें बुला रही है,चले आओ मेरे…

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संगीत और जीवन -बिसेन कुमार यादव’बिसु

आना है, और चलें जाना है!जीवन का रीत पुराना है!!जीवन का नहीं ठिकाना है!जन्म लिया तो मर जाना है!!गाना है और बजना है!जीवन एक तराना है!!संगीत को मीत बनाओ!शब्दों को…

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क्यों काट रहे हो जंगल -बिसेन कुमार यादव’बिसु’ (वन बचाओ आधारित कविता)

क्यों काट रहे हो जंगल (वन बचाओ आधारित कविता) poem on trees क्यों कर रहे हो अहित अमंगल!क्यों काट रहे हो तुम जंगल!!धरती की हरियाली को तूने लूटा!बताओ कितने जंगल…

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