दीपमाला -कवि सचिन चतुर्वेदी ‘अनुराग्यम्’
दीपमाला जहाँ जन्म हुआ श्री राम का,वेशभूषा वो ही भारत की।राम शिला रखी आज जाएगी,शान यही भारत की॥ आओ सुनाता हूँ तुम को,राम नाम की कहानी।वन वन काटों से पूरी…
नरकासुर का वध कर उन्होंने देवताओं को उसके आतंक से मुक्त कराया था. त्रिपुरासुर के आतंक से मुक्त होने की खुशी में सभी देवताओं ने काशी में अनेकों दीप भी जलाकर उत्सव मनाए थे. इसलिए हर साल इसी तिथि में यानी कार्तिक पूर्णिमा और दिवाली के 15 दिन बाद देव दीपावली मनाई जाती है. यहाँ पर हमने कार्तिक पूर्णिमा देवदीवाली पर आधारित रचनाओं का संकलन किया है .
दीपमाला जहाँ जन्म हुआ श्री राम का,वेशभूषा वो ही भारत की।राम शिला रखी आज जाएगी,शान यही भारत की॥ आओ सुनाता हूँ तुम को,राम नाम की कहानी।वन वन काटों से पूरी…
पाँच दिवसीय दीपावली: अंतर्गत कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी से कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया तक लगातार पांच पर्व होते हैं। इन पांच दिनों को यम पंचक कहा गया है। इन…
दीपावली के 5 दिन पर कविता: अंतर्गत कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी से कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया तक लगातार पांच पर्व होते हैं। इन पांच दिनों को यम पंचक कहा गया…
का के राजा रावण का वध कर पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या वापस लौटे तो उस दिन पूरी अयोध्या नगरी दीपों से जगमगा रही थी. भगवान राम के…
यहाँ पर दीपावली अवसर पर गए जाने वाला सुवा गीतों का संकलन किया गया है . छत्तीसगढ़ में सुआ गीत प्रमुख लोकप्रिय गीतों में से है। सुआ गीत का अर्थ…