भोर वंदन- नवनिर्माण करें

भोर वंदन-नवनिर्माण करें कविता संग्रह ====लावणी छन्दगीत 16,14 पदांत 2==== सत्य सर्वदा अपनाएँ हम, न्योछावर निज प्राण करें।…राम राज्य आधार शिला ले,आओ नवनिर्माण करें।।… सत्य विकल तो हो सकता है,…

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