Posted inछत्तीसगढ़ी रचना महानदी पर कविता – केवरा यदु मोर महानदी के पानी मा - केवरा यदु चाँदी कस चमके चम चम जिंहा चंदा नाचे छम छम ।सोंढू पैरी के संगम भोले के ड़मरु ड़म ड़म ।मोर महानदी के… Posted by कविता बहार March 20, 2022