गोवर्धन कर धरते हो/ प्रवीण त्रिपाठी
गोवर्धन कर धरते हो/ प्रवीण त्रिपाठीनटवर नागर प्यारे कान्हा, गोवर्धन कर धरते हो।इंद्र देव का माधव मोहन,…
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यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर ० प्रवीण त्रिपाठी के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .