आओ खेलें खेल -संजय कुमार गुप्ता
आओ खेलें खेल जीवन के इस दौड़ में,चल थोड़ा शामिल हो जाएं।उत्साह और उमंग से,चल ऐसा अभ्यास करें।स्फूर्ति और चपलता से,नित जीत का नया स्वाद चखें।तोड़ डालें पूर्वानुमानों को,इतना हम…
यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर० संजय कुमार गुप्ता के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .
आओ खेलें खेल जीवन के इस दौड़ में,चल थोड़ा शामिल हो जाएं।उत्साह और उमंग से,चल ऐसा अभ्यास करें।स्फूर्ति और चपलता से,नित जीत का नया स्वाद चखें।तोड़ डालें पूर्वानुमानों को,इतना हम…