शादी की सालगिरह – सुधीर श्रीवास्तव

शादी की सालगिरह  – सुधीर श्रीवास्तव आइए!मुझे मुबारकबाद दीजियेमगर मुझे छोड़ियेमेरी श्रीमती को ही यह उपहार दीजिये जिसनें मुझे झेला है,मेरी बात न कीजियेउसका जीवन जैसे नीम करेला है। शादी का लड्डू मुझे बहुत भायापर श्रीमती जी का शुगर लेवलअचानक बहुत बढ़ गया,अब वो बेलन संग सिर पर सवार हैं,अपना शुगर लेवल घटाने के लिएमुझ … Read more

परोपकार पर हिंदी में कविता

परोपकार पर हिंदी में कविता परोपकार पर कविता-सुधीर श्रीवास्तव संवेदनशील भावसंवेदनाओं के स्वर परोपकार की निःस्वार्थ भावनागैरों की चिंता से जोड़करस्वेच्छा से सामने वाले की पीड़ा से/मर्म सेखुद को जोड़ने की कोशिश हीपरोपकार है।बिना लोभ मोह अपने पराये के भेद किये बिनाकिसी का सहयोग/सहायता हीतो परोपकार है,हमारे द्वारा किया गयापरोपकार ही तो हमारी खुशियों का … Read more