क्रिकेट बस क्रिकेट है जीवन नहीं

क्रिकेट बस क्रिकेट है जीवन नहीं क्रिकेट जीवन नहीं हो सकताक्रिकेट भारतियों कीरूह में समाया हैउसने कब्जाया हैहमारी भावनाओं कोक्रिकेट बन गया है धर्मजो नहीं होना चाहिए। हम पूजते हैं क्रिकेटऔर उसके खिलाडियों कोलुटा देते हैं अपना सबकुछबना देते हैं उनको भगवानऑस्टेलिया ,इंग्लैंड ,न्यूजीलैंडक्यों है क्रिकेट में सबसे ऊपरक्योंकि इनके लिए क्रिकेटबस एक खेल हैधर्म … Read more

अखिल विश्व के राम / सुशील शर्मा

Jai Sri Ram kavitabahar

राम प्रतिष्ठा मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में है क्योंकि उन्होंने मर्यादा के पालन के लिए राज्य, मित्र, माता-पिता तक का त्याग किया राम राष्ट्र की जीवन धारा नवगीतसुशील शर्मा अखिल विश्व के राम / सुशील शर्मा राम राष्ट्र की जीवन धाराअखिल विश्व के राम हैं।जन जन के हृदयों में बसतेराम प्रेम के धाम हैं। जीवन की सुरभित … Read more

प्रणय मिलन कविता-सखि वसंत में तो आ जाते

प्रणय मिलन कविता-सखि वसंत में तो आ जाते- डॉ सुशील शर्मा सखि बसंत में तो आ जाते।विरह जनित मन को समझाते।         दूर देश में पिया विराजे,       प्रीत मलय क्यों मन में साजे,       आर्द्र नयन टक टक पथ देखें       काश दरस उनका पा जाते।       सखि बसंत में तो आ जाते।   सुरभि मलय मधु ओस … Read more

ज्ञान दो वरदान दो माँ

ज्ञान दो वरदान दो माँ सत्य का संधान दो।बिंदु से भी छुद्रतम मैंकृपा का अवदान दो। अवगुणों को मैं समेटेमाँ पतित पातक हूँ मैं।मोह माया से घिरा हूँ,निपट पशु जातक हूँ मैं।अज्ञानता मन में बसाये ।अहम,झूठी शान हूँ मैं।लाख मुझ में विषमताएं।गुणी तुम अज्ञान हूँ मैं। है तिमिर सब ओर माता,ज्योति का आधान दो माँ।ज्ञान … Read more