कविता
- नन्हा मुन्ना राही हूँ देश का सिपाही हूँ बाल गीत
- वृक्ष लगाएं धरती बचाएं/ नीलम त्यागी ‘नील’
- प्रेरक कविता/ डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी
- हो रहा पर्यावरण नुकसान/एस के कपूर “श्री हंस”
- सरस्वती वंदना/डॉ0 रामबली मिश्र
- जलती धरती/मनोज कुमार
- जलती धरती/प्रेमचन्द साव “प्रेम”,बसना
- शिवरात्रि विशेष/डॉ0 रामबली मिश्र
- अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर रचना/सुशी सक्सेना
- जलती धरती/पूनम त्रिपाठी
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दोहा
दोहा अर्द्धसम मात्रिक छंद है। यह दो पंक्ति का होता है इसमें चार चरण माने जाते हैं | इसके विषम चरणों (प्रथम तथा तृतीय) में १३-१३ मात्राएँ और सम चरणों (द्वितीय तथा चतुर्थ) में ११-११ मात्राएँ होती हैं।
Doha is a semantic verse. It is of two lines, it consists of four steps. Its odd phases (first and third) have 13–13 quantities and even phases (second and fourth) have 11–11 quantities.
नमन दोहा पंचक
नमन दोहा पंचकमन में जो तू ठान ले ,कुछ भी करले मीत ।हौसला गिराना नहीं , होगी निश्चित जीत…
द्रोपदी चीर प्रसंग पर दोहे
द्रोपदी चीर प्रसंग पर दोहेपासे फेंके कपट केशकुनि रहा हर्षायदाव द्रोपदी लग गईरहे पाण्डव शर्मायसभा मध्य में…
श्रीकृष्ण पर दोहे
श्रीकृष्ण पर दोहेसुभग सलोने सांवरेनटवर दीन दयालनिरख मनोहर श्याम छविनैना हुए निहालछवि मोहन की माधुरीनैना…
रुक्मणि मंगल दोहे
रुक्मणि मंगल दोहेविप्र पठायो द्वारिका,पाती देने काज।अरज सुनो श्री सांवरे,यदुकुल के सरताज।।रुक्मणि ने पाती…
सावन के दोहे
सावन के दोहेबारिश की यादें लिए , सिसके सावन देख ।वर्णन करना चाहता , काव्य सजा कवि लेख ।।बीत रहा चौमास है ,…
प्रियतम पर कविता
प्रियतम पर कविताप्रियतम कितने प्यारे होजन्मदिन प्रियतम काप्रियतम कितने प्यारे होप्रियतम कितने प्यारे…