“शादी का चक्कर, कैसे दोगे ओलंपिक में टक्कर” मनीभाई नवरत्न का एक मजेदार और व्यंग्यात्मक रैप सांग है। यह गाना युवाओं और खेल प्रेमियों के बीच खासा लोकप्रिय है, और इसकी लाइनें अक्सर लोगों को हंसा देती हैं। इस रैप सांग का मुख्य उद्देश्य शादी और खेल के बीच तुलना करके हास्य उत्पन्न करना है।
शादी का चक्कर-कैसे दोगे ओलंपिक में टक्कर / मनीभाई नवरत्न
(Yeah, Yeah, चक्कर पे चक्कर,
शादी का चक्कर , कैसे दोगे ओलंपिक में टक्कर )
**[Verse 1]**
शादी के चक्कर में ,हम हैं सबसे आगे, सच है ना सब जान लो,
सात फेरों में ही अटके हैं हम भागे भागे , सच है ना सब मान लो ।
क्या जनसंख्या बढ़ाने का ठेका, हमने ही ले रखा है मनमाना,
घर-घर में दो-चार बच्चे, बस पड़ोसी को देख देते हैं ताना ।
**[Hook]**
ओलंपिक की बात जो आई, फिस्सड्डी कहलाए हम भाई,
मेहनत की कमी है सारी, अब कैसे करेंगे इसकी भरपाई।
**[Chorus]**
( चक्कर पे चक्कर, शादी का चक्कर ,
कैसे दोगे ओलंपिक में टक्कर )
**[Verse 2]**
शादी के नाम पे खर्चा ही खर्चा , खेलों की होगी कैसे तैयारी,
खेल में तुम ध्यान दो बंधु, तब मेडल की संख्या होगी भारी।
जिंदगी का जुनून सारा , मंडप में खर्च हो जाता है,
लड्डू खाने में बस जोश है, दौड़ने में दम चुक जाता है।
**[Hook]**
शादी होगी, पीढ़ी चलेगी, पर खेलों में चमक दिखानी है,
शादी में गोल्ड की चिंता है , पर ओलंपिक में गोल्ड लानी है।
**[Chorus]**
( चक्कर पे चक्कर, शादी का चक्कर ,
कैसे दोगे ओलंपिक में टक्कर )
**[Outro]**
भारत को ऊँचा करना है, ओलंपिक में है रंग दिखाना।
शादी का अब जश्न छोड़के, खेलों में अब मान बढ़ाना।
वक्त है अब संभलने का, दिशा बदलो, आगे बढ़ो,
छोड़ो जनसंख्या की गिनती, मेडल गिनती पे ध्यान करो।
**[Chorus]**
( चक्कर पे चक्कर, शादी का चक्कर ,
कैसे दोगे ओलंपिक में टक्कर )
“शादी का चक्कर, कैसे दोगे ओलंपिक में टक्कर” एक मनोरंजक रैप सांग है, जो मनीभाई नवरत्न के खास अंदाज में शादी और करियर के बीच की मुश्किलों को हंसी-हंसी में पेश करता है। यह गाना न केवल मनोरंजन के लिए है, बल्कि इसमें एक गहरी बात भी छिपी है कि हमें अपने जीवन के फैसलों को समझदारी से लेना चाहिए।