Author: मनीभाई पटेल
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छत्तीसगढ़ी भोजन बासी पर कविता
छत्तीसगढ़ के गाँव में बोरे बासी का बहुत ज्यादा महत्व है। मजदूर किसान सभी काम पर जाने से पहले घर से बासी खाकर निकलते हैं।…
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तरी हरी नाना मोर नरी हरी नाना रे सुवाना
तरी हरी नाना मोर नरी हरी नाना तरी हरी नाना मोर नरी हरी नाना रे सुवाना। पिया ला सुना देबे मोर गाना तरी हरी नाना।…
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गौ सिरतोन ईमान
गौ सिरतोन ईमान जबले मारे गोरी नैइना के बान। जीना मोर होगे कठिन हो गय परेशान । (गौ सिरतोन ईमान) x 2 ले गय मोर…
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मोला मया हे तोर से बड़ रे
ए देखत कि तोला का होगै मोला। मोर जिया करे फड़ फड़ रे। मोला मया हे तोर से बड़ रे। जहां जावा तोला पावा तोर…
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गुरू घासीदास जी पर हिंदी कविता
गुरू घासीदास छत्तीसगढ़ राज्य के रायपुर जिले के गिरौदपुरी गांव में पिता महंगुदास जी एवं माता अमरौतिन के यहाँ अवतरित हुये थे गुरू घासीदास जी…
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मैंने चाहा तुमको हद से -मनीभाई
मैंने चाहा तुमको हद से -मनीभाई मैंने चाहा तुमको हद से,कोई खता तो नहीं।मैंने मांगा मेरे राम सेकोई ज्यादा तो नहीं।तू समझे या ना समझेतू…
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मेरी जीवन यात्रा
मेरी जीवन यात्रा मेरी ये यात्रामुट्ठी बंद शून्य सेअशून्य की ओर।जैसे ही नैन खुले,चाहिए खिलौने।और एक चमकता भोर। पाने की तलाश।जिसकी बुझे ना प्यास।ये कुछ…
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क्रिकेट पर कविता| POEM ON CRICKET IN HINDI
हमारे देश में घर-घर में क्रिकेट मैच देखा जाता है क्रिकेट मैच के दौरान टीवी देखते वक्त घर का माहौल खास हो जाता है। पति…
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शाला और शिक्षक को समर्पित कविता
शाला और शिक्षक को समर्पित कविता वही मेरी जन्मभूमि है .वही मेरी जन्मभूमि है . जहाँ मैंने बातों को समझाजहाँ से खुला आनंद द्वार ।भटक…