कविता बहार

कविता बहार

"कविता बहार" हिंदी कविता का लिखित संग्रह [ Collection of Hindi poems] है। जिसे भावी पीढ़ियों के लिए अमूल्य निधि के रूप में संजोया जा रहा है। कवियों के नाम, प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए कविता बहार प्रतिबद्ध है।

जंगल की आग – अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”

इस रचना के माध्यम से कवि जंगल में आग से होने वाली जन हानि , पर्यावरण एवं पशु हानि की ओर संकेत दे रहा है |
जंगल की आग - कविता - मौलिक रचना - अनिल कुमार गुप्ता "अंजुम"

लब पे आये मेरे खुदा नाम तेरा – अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”

इस रचना में खुदा की इबादत की गयी है |
लब पे आये मेरे खुदा नाम तेरा - वंदना - मौलिक रचना - अनिल कुमार गुप्ता "अंजुम"

चन्द्र स्तुति- अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”

इस रचना में चंद्रदेव भगवान् की स्तुति की गयी है |
सोम स्तुति ( चन्द्र स्तुति ) - वंदना - मौलिक रचना - अनिल कुमार गुप्ता "अंजुम"

परशुराम की प्रतीक्षा -रामधारी सिंह ‘दिनकर’

परशुराम की प्रतीक्षा -रामधारी सिंह ‘दिनकर’ छोड़ो मत अपनी आन, शीश कट जाए,मत झुको अनय पर, भले व्योम फट जाए। दो बार नहीं यमराज कण्ठ हरता है,मरता है जो, एक ही बार मरता है। तुम स्वयं मरण के मुख पर…