नयनों की भाषा
नयनों की भाषा तुमने चाहा थामैं कुछ सीखूँकुछ समझूँकुछ सोचूँपर जब मैंनेकुछ सीखाकुछ समझाकुछ सोचातब तक बहुत देरहो चुकी थी,मेरे जीवन केअनेक फासलेतय हो चुके थेजिन्दगी नये राह पर थी । आजजब तुम अचानकमेरे सामने आईमुझे देखकरधीरे से मुस्कायेथोडी सकुचाईथोडी…