सेना दिवस पर हिंदी कविता

सेना दिवस पर हिंदी कविता

भारतीय सैनिकों का दर्द हम कम से कम अपने दिल में उतार कर देश की सेना को सम्मान के नजरिए से देखें तो यह भी एक बड़ी देशभक्ति होगी। सीमा पर तैनात एक जवान का दर्द इस कविता में शामिल किया गया है। सैनिकों पर कविता सर पे कफ़न बाँधे, हाथ में बंदूक ताने।बढ़ते वीर सैनिक,आतंक को...

समर शेष है रुको नहीं

समर शेष है रुको नहीं समर शेष है रुको नहींअब करो जीत की तैयारीआने वाले भारत कीबाधाएँ होंगी खंडित सारी ,राजद्रोह की बात करे जोउसे मसल कर रख देनादेशभक्ति का हो मशाल जोउसे शीश पर धर लेना,रुको नहीं तुम झुको नहीं अब मानवता की है बारीसुस्त पड़े सब शीर्ष पहरुएजनमानस दण्डित...

8 मई मातृ दिवस पर कविता /Poem on 8th May Mother’s Day

सबसे ज्यादा मेरी माता o आचार्य मायाराम ‘पतंग’ सबसे ज्यादा मेरी माता, लगती मुझको प्यारी है। माता के पावन चरणों, जग सारा बलिहारी है ॥ माँ ने सबको जन्म दिया है अपना दूध पिलाया है। गीले में खुद सोई माँ, सूखे में हमें सुलाया है ॥ भूख, प्यास सब सही स्वयं पर...

23 मार्च बलिदान दिवस पर कविता

23 मार्च को तीन स्वतंत्रता सेनानियों भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव थापर को अंग्रेजों ने फांसी पर चढ़ा दिया था। कम उम्र में इन वीरों ने देश के आजादी की लड़ाई लड़ी और अपने प्राणों की आहुति दे दी। इसी के साथ भारतीयों के लिए भगत सिंह, शिवराम राजगुरु, सुखदेव प्रेरणा...
31 अक्टूबर राष्ट्रीय एकता दिवस पर कविता

31 अक्टूबर राष्ट्रीय एकता दिवस पर कविता

राष्ट्रीय एकता दिवस को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है, जिनकी भारत के राजनीतिक एकीकरण में प्रमुख भूमिका थी।  हम सब भारतवासी हैं o निरंकारदेव ‘सेवक’ हम पंजाबी, हम गुजराती, बंगाली, मदरासी हैं, लेकिन हम इन सबसे पहले केवल...
गणतंत्र दिवस पर कविता

गणतंत्र दिवस पर कविता

गणतंत्र दिवस पर कविता : गणतन्त्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व है जो प्रति वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है। इसी दिन सन् 1950 को भारत सरकार अधिनियम (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था। गणतंत्र पर दोहा वीरों...