गौरी पुत्र गणेश – सुकमोती चौहान
गौरी पुत्र गणेश
आओ हे गौरी पुत्र गणेश!
हरने हम सब के क्लेश।
अग्र पूजन के अधिकारी,
ज्ञान विद्या के भंडारी,
मंगल मूर्ति अतुल बलधारी,
पधारो हे गजानन!
भरने जीवन में आनंद।
आओ हे गौरी पुत्र गणेश!
हरने हम सबके क्लेश |
शिव शक्ति के तुम दुलारे,
देवगणों के हो नायक।
कर्म को पूजा माने आप,
अष्ट सिद्धि के दायक ।
विराजो हे कृपा निधान!
देने बुद्धि का वरदान।
आओ हे गौरीपुत्र गणेश!
हरने हम सबके क्लेश।
शुभकर्ता, विघ्नहर्ता
संग रिद्धि- सिद्धि लेकर
धीर वीर हे ग्रंथकार!
आओ हे लम्बोदर!
दिलाने कलम में धार।
आओ हे गौरी पुत्र गणेश!
हरने हम सबके क्लेश।
सुकमोती चौहान रुचि