Tag: #सुकमोती चौहान ‘रूचि’
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विश्व बाल दिवस पर कविता
विश्व बाल दिवस पर दोहा:- बाल दिवस पर विश्व में,हों जलसे भरपूर!बच्चों का अधिकार है,बचपन क्यों हो दूर!!१ कवि , ऐसा साहित्य रच,बचपन हो साकार!हर…
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विश्व पर्यावरण दिवस पर कविता
आज पर्यावरण पर संकट आ खड़ा हुआ है . इसकी सुरक्षा के प्रति जन जागरण के उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्र ने 5 मई को विश्व…
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अधिकार पर कविता
अधिकार पर कविता मिले कई अधिकार, जीवधारी को जग में|कुछ हैं ईश प्रदत्त, बने उपयोगी पग में |जीने का अधिकार, जगत में सबने पाया |भोजन…
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पितृपक्ष पर कविता – सुकमोती चौहान रुचि
पितृपक्ष पर कविता – सुकमोती चौहान रुचि आया जब पितृपक्ष, बनाते हलवा पूरी |बड़ा फरा के भोग, बिजौरी भूरी -भूरी ||उत्सव का माहौल, दशम दिन…
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संवाद पर कविता – सुकमोती चौहान रुचि
संवाद पर कविता तुमसे कर संवाद, सुकूं मन को मिलता है |मधुर लगे हर भाष्य, सुमन मन में खिलता है |कर्णप्रिय हर बात, प्रेरणा देती…
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गौरी पुत्र गणेश – सुकमोती चौहान
गौरी पुत्र गणेश आओ हे गौरी पुत्र गणेश!हरने हम सब के क्लेश। अग्र पूजन के अधिकारी,ज्ञान विद्या के भंडारी,मंगल मूर्ति अतुल बलधारी,पधारो हे गजानन!भरने जीवन…
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सागर पर हिंदी कविता – सुकमोती चौहान रुचि
सागर पर हिंदी कविता सागर गहरा ज्ञान सा, बड़ा वृहद आकार |कौन भला नापे इसे, डूबा ले संसार |डूबा ले संसार, नहीं सीमा है कोई…
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सर्द हवाएँ – सुकमोती चौहान रुचि
सर्द हवाएँ – सुकमोती चौहान रुचि सर्द हवाएँ हृदय समाये, तन मन महका जाये |आ कानों में कुछ कहती है, मधुरिम भाव जगाये | हमको…