काम पर कविता/ सुकमोती चौहान
काम पर कवितालाख निकाले दोष, काम होगा यह उनका। उन पर कर न विचार, पाल मत खटका मन का। करना है जो काम, बेझिझक करते…
कविता
यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर० सुकमोती चौहान ‘रूचि’ के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .