स्काउट जम्बुरी गीत

स्काउट जम्बुरी गीत

सबसे अपना गहरा नाता है ,
सबसे अपनी है प्रीति।
आओ एक दूजे को मान दें ,
समझे सबकी संस्कृति ।।
स्काउट गाइड सीखाता
अनुशासन का पाठ ,
चलो हिलमिल जायें हम सब
मिटाके आपस की दूरी।।
जम्बूरी….. मिलके रहना सीखायेंं…
जम्बुरी…..सेवा भाव जगायें…..
जम्बुरी….. हम सबके लिए यादगार बनें
आज प्रकृति रक्षा के लिए , है जरूरी….

मनीभाई नवरत्न

यह काव्य रचना छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के बसना ब्लाक क्षेत्र के मनीभाई नवरत्न द्वारा रचित है। अभी आप कई ब्लॉग पर लेखन कर रहे हैं। आप कविता बहार के संस्थापक और संचालक भी है । अभी आप कविता बहार पब्लिकेशन में संपादन और पृष्ठीय साजसज्जा का दायित्व भी निभा रहे हैं । हाइकु मञ्जूषा, हाइकु की सुगंध ,छत्तीसगढ़ सम्पूर्ण दर्शन , चारू चिन्मय चोका आदि पुस्तकों में रचना प्रकाशित हो चुकी हैं।

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